हर आशिक़ सच्चा प्यार नहीं होता
हर गुल गुलज़ार नहीं होता
हर फूल बहार नहीं होता
आशिक़ तो सब बन जाते हैं
हर आशिक़ के दिल में सच्चा प्यार नहीं होता
हर गुल गुलज़ार नहीं होता
हर फूल बहार नहीं होता
आशिक़ तो सब बन जाते हैं
हर आशिक़ के दिल में सच्चा प्यार नहीं होता
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