मेहमान
कोई मेहमान आ जाए तो उसे खाली हाथ मत भेजिए
मेहमान नवाजी में ये न भूल जाइए
कि वो तो सिर्फ़ एक मेहमान है और मेहमान को अपना दिल मत दीजिए
मेहमान कभी लौट कर वापस आता नहीं
और दिल लेने के बाद कोई सही सलामत उसे लौटाता नहीं
मेहमान को मेहमान की तरह रखिए
उसे हमसफर बनाने की भूल मत कीजिए
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