मेरा हो कर मेरा न रहा
वो मेरा हो कर मेरा न रहा
मेरा घाव अब इतना गहरा न रहा
तमाम रातें आंसुओं में गुजार दी
मेरी रातों का फिर सवेरा न रहा
वो मेरा हो कर मेरा न रहा
मेरा घाव अब इतना गहरा न रहा
तमाम रातें आंसुओं में गुजार दी
मेरी रातों का फिर सवेरा न रहा
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